उत्तराखंड
मानसून काल और केदारनाथ यात्रा को देखते हुए जिलाधिकारी का सख्त आदेश — अधिकारी बिना अनुमति न छोड़ें मुख्यालय
जनपद रुद्रप्रयाग में इन दिनों मानसून सक्रिय अवस्था में है, जिससे अत्यधिक वर्षा, भूस्खलन, सड़क मार्गों में अवरोध, जलभराव जैसी आपदा संभावनाएं बनी हुई हैं। इसी बीच विश्व प्रसिद्ध श्री केदारनाथ धाम यात्रा भी संचालित हो रही है, जिसमें प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु और तीर्थयात्री जनपद की सीमाओं में प्रवेश कर रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क एवं सक्रिय भूमिका में है।
जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने जारी किया महत्त्वपूर्ण निर्देश
जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने आपदा प्रबंधन, यातायात नियंत्रण, सुरक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य सेवाएं तथा अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के सुचारु संचालन हेतु जनपद के समस्त कार्यालयाध्यक्षों एवं अधिकारियों को निर्देशित किया है कि बिना पूर्व अनुमति के कोई भी अधिकारी मुख्यालय नहीं छोड़ेगा तथा कर्मचारी अपने कार्यालयाध्यक्ष से विधिवत अवकाश स्वीकृत कराकर ही मुख्यालय छोड़ सकेंगे, प्रत्येक कार्यालय में न्यूनतम आवश्यक मानव संसाधन हर समय उपलब्ध रहना अनिवार्य है, जिससे जनहित से जुड़ी सेवाओं में कोई व्यवधान न हो।
आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत हो सकती है कार्रवाई
जिलाधिकारी ने कहा है कि यदि किसी भी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा उक्त आदेशों का उल्लंघन किया गया, तो उनके विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत कठोर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन को हर आपात स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार रहना होगा, जिसमें सभी विभागों का आपसी समन्वय एवं तत्परता अत्यंत आवश्यक है।

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