उत्तराखंड
चारधाम: धाम परिसर मे इंटरनेट और मोबाईल सेवा रहेगी बाधित…
चारधाम यात्रा को लेकर ताजा अपडेट सामने आया है। सरकार ने हालातों का देखते हुए चारों धाम के 200 मीटर के दायरे में इंटरनेट बैन करने का आदेश दिया है। ऐसे में जो लोग चारों मंदिरों के पास रील्स बनाते हैं। वीडियो कॉल करके परिवार वालों को यात्रा के बारे में बताते हैं, आसपास के नजारे और अपने अनुभव शेयर करते हैं, वे अब ऐसा नहीं कर पाएंगे। आदेश तुरंत प्रभाव से लागू होंगे और आदेश का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने के भी निर्देश हैं।
चारधाम यात्रा पर उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाबबता दें कि चारधाम यात्रा 10 मई 2024 को शुरू हुई थी। 10 मई को केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम के कपाट खुले थे। 12 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले थे। इसके बाद चारधाम यात्रा पर श्रद्धालुओं का तांता लगा गया। 5 दिन में लाखों श्रद्धालु चारों धाम के दर्शन कर चुके हैं और लाखों श्रद्धालु चारों धाम के दर्शन करने के लिए सड़कों पर हैं। चारों धाम के रूट पर भारी जाम लगा है और मौसम खराब होने के चलते हादसा होने का खतरा मंडरा रहा है। वहीं चारधाम यात्रा पर अभी तक 5 से ज्याद श्रद्धालुओं की मौत भी चुकी है। मरने वालों में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के यात्री भी शामिल हैं।
बता दें कि चारधाम यात्रा के लिए 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। यात्रा के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन चल रहे हैं, लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर 2 दिन और के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद कर दिए गए हैं। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जारी रहेंगे, लेकिन आज ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद रहेंगे।मौसम विभाग ने बारिश होने का अलर्ट जारी किया हुआ है, फिर भी श्रद्धालुओं का सैलाब सड़कों पर है। पिछले 2 दिन से लोगों को भारी जाम का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी ओर, विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले कुछ समय से खराब मौसमी परिस्थितिया के चलते देश के पहाड़ टूरिस्टों का इतना लोड लेने के लिए तैयार नहीं हैं। इसलिए चारधाम यात्रा के दौरान एहतियात बरती जाए।

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