उत्तराखंड
उत्तराखंड में बारिश-बर्फबारी का ऑरेज और येलो अलर्ट, अगले तीन दिन रहेगा ऐसा मौसम…
Weather Update: उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम ने करवट ले ली है। प्रदेश में मैदान से लेकर पहाड़ तक बादल छाए हुए है। पहाड़ों में बर्फबारी के बाद मैदानी इलाकों में भी बारिश की संभावना जताई गई है। अगले तीन दिन प्रदेश में बारिश-बर्फबारी-हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया गया है। दिल्ली, यूपी, हरियाणा और पंजाब समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश से मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है।
मिली जानकारी के अनुसार मौसम विभाग ने 4 मार्च तक राज्य में मौसम पूर्वानुमान जारी किया है। शुक्रवार से ताजा पश्चिमी विक्षोभ की दस्तक के साथ ही मौसम करवट बदल सकता है। जिससे पर्वतीय क्षेत्रों में भारी वर्षा-बर्फबारी के आसार हैं। साथ ही निचले क्षेत्रों में गरज और चमक के साथ ओलावृष्टि और झोंकेदार हवाएं चलने की चेतावनी जारी की गई है। इसके साथ ही शनिवार को प्रदेश में भारी वर्षा-बर्फबारी को लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
विभाग की माने को प्रदेश में 1 मार्च से 3 मार्च तक कहीं-कहीं भारी वर्षा.भारी बर्फबारी एवं 3500 मी से अधिक की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में गरजन के साथ आकाशीय बिजली गिर सकती है। इसके साथ ही यहां 40 किलोमीटर तक की रफ्तार से झौकेदार हवाएं चलने की संभावना व्यक्त की गई है। बताया जा रहा है कि मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, देहरादून, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, बागेश्वर ,अल्मोड़ा, चंपावत, नैनीताल, उधमसिंह नगर, तथा हरिद्वार जनपदों में येलो अलर्ट जारी किया है।
वहीं ने दो मार्च को ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए उत्तरकाशी सहित राज्य के सभी जनपदों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने तथा झौकेदार हवाएं 40 किलोमीटर से 50 किलोमीटर की रफ्तार से चलने की संभावना व्यक्त की है मौसम विभाग ने तीन मार्च तक इन सभी जनपदों में येलो अलर्ट जारी कर गरजन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
Latest News -
एफ.डी.ए. की ताबड़तोड़ कार्रवाई, 63 औषधियों के सैंपल जांच हेतु भेजे गए
जन सुनवाई में दर्ज हुई 121 शिकायत, अधिकांश का मौके पर समाधान
मुख्यमंत्री ने किया सरस आजीविका मेले में 12 आर्थिक गतिविधियों का लोकार्पण
हल्द्वानी में खेल विश्वविद्यालय और लोहाघाट में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज की कार्यवाही में तेजी लाई जाए
उत्तराखंड के मुख्य सचिव ने जलवायु लचीलापन व जल स्थिरता पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया
