उत्तराखंड
आस्था: सोमवती अमावस्या स्नान आज, उमड़ा आस्था का सैलाब…
हरिद्वार। आज सोमवती अमावस्या का स्नान पर्व है यानी सोमवार को अमावस्या ,वैसे तो सभी अमावस्या के महत्व है मगर सोमवती अमावस्या व्यक्ति के लिए पुण्यदायी और जीवनदायी है, सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीङ उमड़ी है, श्रद्धालु गंगा में आस्था की ङुबकी लगा कर पुण्य और मोक्ष की कामना कर रहें हैं, गंगा स्नान करने के लिए यहां पर दूर दूर से श्रद्धालु आये है, मान्यता है कि इस अवसर पर माँ गंगा में स्नान करने से सभी कष्ट दूर होते है, मनोकामनाए पूरी होती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है और सैकड़ों अश्वमेघ यज्ञ के समान पूण्य की प्राप्ति होती है और इस अवसर पर पितरों के निमित पूजा करने से जीवन मे सुख और शांति आती है, पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए है, और मेला क्षेत्र को जोन और सेक्टर में बांट कर अधिकारियो और पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
पंडित मनोज त्रिपाठी का कहना है कि वैसे तो सभी अमावस्या पर गंगा स्नान का महत्व है मगर सोमयुता अर्थात सोमवती अथवा भोमयुता अथार्त भौमवती अमावस्या विशेष पुण्यदायी होती है ,आप इसके पुण्य का इसी बात से प्रभाव लगा सकते है कि इस सोमवती अमावस्या की प्रतीक्षा में स्वयं भीष्म पितामह ने अपनी शरशैया पर पड़े रहते हुए इंतजार किया था, सोमवती अमावस्या के आने का ,सोमयुता अर्थात अछून्नं कर देने वाली अमावस्या आज के दिन है ,मात्र जलस्नान करना व्यक्ति को अश्व मेघ यज्ञ के समान फल दे देता है और आज के दिन अपने पितरों के प्रति तर्पण श्राद्ध आदि करना पीपल के वृक्ष की पूजा करना उसमें अपने पितरों की कामना करते हुए किसी भी प्रकार से 108 परिक्रमा कर ले और सूत लपटे तो यह निश्चित समझिए कि व्यक्ति की कितनी भी कठिनाईपूर्ण जीवन हो वह सुधर जाता है और व्यक्ति की मनोकामना इच्छितकामना पूर्ण हो जाती है ,गंगा आदि पवित्र नदियों में हरिद्वार आदि तीर्थो में आज के दिन स्नान का अत्यधिक महत्व है आज ब्रह्मकुंड हर की पैड़ी स्नान करके व्यक्ति अपने जीवन को कल्पकल्पान्तर तक के पाप नष्ट करके व्यक्ति मोक्ष को प्राप्त कर लेता है ,आज जो दान करेंगे जो पुण्य करेंगे वो अक्षय है सोमवती अमावस्या व्यक्ति की पुण्यदायी और जीवनदायी है ।
वैसे तो स्नान पर्वों पर हमेशा ही लोगो की भीङ हरिद्वार गंगा स्नान के लिए पहुंचती हैं, मगर आज सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान करने का मौका कोई नही छोङना चाहता है , हर की पैड़ी पहुचे श्रद्धालुओ का कहना है कि सोमवती अमावस्या के दिन गंगा स्नान करने से परिवार में सुख सृमृद्धि शांति तो आती है ,सभी मनोकामना पूरी होती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है साथ ही पितरों की आत्मा भी तृप्त होती हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है ।
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